पटना, 7 अगस्त। बिहार सरकार में कृषि, पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने जम्मू कश्मीर में धारा 370 ख़त्म होने के 1 वर्ष पूरे होने को लेकर कहा कि एक वर्ष पूर्व एनडीए सरकार ने जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाने का एक ऐतिहासिक फैसला किया था। इससे जम्मू कश्मीर एक केंद्र शासित प्रदेश बन गया तथा लद्दाख को जम्मू कश्मीर से अलग कर दिया गया। यह फैसला ना सिर्फ जम्मू कश्मीर के लिए बल्कि पूरे भारत के लिए हितकारी था और इसके सकारात्मक नतीजे हमें मात्र एक साल में दिखने लगे। विपक्ष के नेता राहुल गाँधी जी ने कहा था की राष्ट्र की सुरक्षा के लिए ताकत का यह गलत इस्तेमाल है। आज वो देख सकते हैं कि हमारा देश भी सुरक्षित है और देशवासी भी।
कृषि मंत्री ने कहा, “अनुच्छेद 370 हटने और केंद्रशासित प्रदेश बनने के बाद से जम्मू-कश्मीर में पत्थरबाजी की घटनाओं में भारी कमी आई है। जब अनुच्छेद 370 को हटाया गया था तब उस महीने पत्थरबाजी की 264 घटनाएं हुई थीं, लेकिन सुरक्षबलों की मेहनत से पत्थरबाजी की घटनाओं पर काबू पाया गया। गृह मंत्रालय की एक रिपोर्ट के मुताबिक, आतंकी घटनाओं में 36 फीसदी की कमी आई है। जनवरी से जुलाई 2019 के बीच 188 आतंकी घटनाएं हुई थीं, जो जनवरी से जुलाई 2020 के बीच घटकर 120 रह गई हैं। हमने जम्मू कश्मीर से आतंकवाद को साफ करने के लिए इस एक साल में 300 से ज्यादा आतंकियों को ढेर किया है।
डॉ कुमार ने कहा, “इसके अलावा अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू कश्मीर हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। स्वास्थ्य क्षेत्र में अभूतपूर्व सुधार हो रहें हैं। अस्पतालों में आधुनिक चिकित्सा उपकरण लगने के अलावा डॉक्टरों की कमी भी दूर हो रही है। इससे प्रदेश के मरीजों को बाहरी प्रदेशों में जाने की जरूरत नहीं पड़ती। कई बड़े निजी चिकित्सा संस्थानों ने यहां आने की हामी भर दी है। कोरोना का भी सामना डट कर हो रहा है। सदियों से अँधेरे में रहने को विवश गांवों में बिजली की सुविधा मिली है, सड़कों का जाल बिछ रहा है, गांवों को सड़कों से जोड़ा जा रहा है। पंचायती राजव्यवस्था बहाल की गयी है, शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास हुआ है।
डॉ कुमार ने कहा, “आज से एक वर्ष पूर्व जब जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने की बात हो रही थी तो कुछ नेताओं ने भारत के गणतंत्र पर सवाल उठाए थे, हमारी सरकार को तानाशाह बताया था। मैं उन सब से यह कहना चाहता हूं कि हमारी सरकार का फैसला हमेशा देशहित में होता है, हम इमरजेंसी लागू कर जनता के अधिकारों के साथ खिलवाड़ नहीं करते। हमने जो भी निर्णय लिया उसका परिणाम पूरा देश आज देख सकता है।
डॉ कुमार ने कहा, “यह बात शत प्रतिशत सही है कि कुछ लोग इस विकास को पचा नहीं पा रहें, वो जम्मू-कश्मीर को कभी एक केंद्र शासित प्रदेश के रूप में नहीं देखना चाहते थे, आतंकवाद को बढ़ाना, युवाओं को बहकाना उनकी योजनाओं का हिस्सा था। हमारी सरकार ने उनकी सारी मेहनत पर पानी डाल दिया, और आज जम्मू कश्मीर हर दिन एक नए विकास की सीढ़ी चढ़ रहा है।”