पटना, 27 अप्रैल: एक तरफ जहाँ दूसरे राज्य कोटा फंसे अपने छात्रों को वापस ला रहे हैं। वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहारी छात्रों को कोटा से वापस लाने से इंकार कर दिया है। नीतीश कुमार कहते आ रहे है कि छात्रों को वापस लाना लॉकडाउन का उल्लंघन होगा।
दूसरे राज्यों में फंसे बिहारी छात्रों और मजदूरों को लेकर विपक्ष लगातार हमलावर हैं। सोमवार को सरकार तक अपनी बात पहुंचाने लाने के लिए फंसे छात्रों और मजदूरों ने जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव की यादव से एक अनोखा तरीका निकाला।
छात्रों ने ट्विटर पर #बिहारकरेंपुकार को ट्रेंड करवाया। दिनभर में इस हैशटैग का इस्तेमाल कर 15 हजार से अधिक ट्वीट किए गए। मुज़फ्फर कमल नाम के एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि, “नीतीश कुमार ने लॉकडाउन का हवाला देते हुए कोटा से छात्रों को वापस लाने से इंकार कर दिया। जबकि विधायक अपने बच्चों को ला रहे हैं। क्या वीआईपी के लिए लॉकडाउन नहीं है?”
उधर जाप अध्यक्ष और मधेपुरा के पूर्व सांसद पप्पू यादव ने बिहार सरकार से आग्रह किया है कि उन्हें कोटा से छात्रों को वापस लाने अनुमति दी जाए। उन्होंने कहा कि, “अगर सरकार मुझे अनुमति देती है तो मैं सभी छात्रों को अपने खर्च पर बिहार वापस लाने को तैयार हूं।”