राफेल आने से भारतीय वायुसेना की क्षमता कई गुना बढ़ी : डॉ प्रेम कुमार

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पटना, 30 जुलाई। बिहार सरकार में कृषि, पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने देश में राफेल विमान के आगमन का स्वागत करते हुए कहा कि कल हर देशवासी के लिए एक बड़ा ही ऐतिहासिक दिन था, जब बहुआयामी क्षमता वाले राफेल जेट विमानों ने अम्बाला की धरती को चूमा। इनके आने से भारतीय वायुसेना की क्षमता कई गुना बढ़ गई है। 4.5 पीढ़ी के इन युद्धक विमानों को भारतीय वायुसेना में शामिल होने के बाद कोई भी पड़ोसी देश भारत की युद्धक क्षमता का मुकाबला नहीं कर सकेगा। फ्रांस का यह युद्धक विमान अफगानिस्तान, लीबिया, माली, इराक और पिछले साल सीरिया में अपनी बेजोड़ युद्धक क्षमताओं को साबित कर चुका है।

कृषि मंत्री ने कहा, “हमारे नेता स्वर्गीय अरुण जेटली जी ने कहा था कि ईमानदार सौदों पर सवाल उठाए जाएंगे तो अधिकारियों एवं सशस्त्र बलों को भविष्य में ऐसी कोई भी प्रक्रिया शुरू करने से पहले दो बार सोचना पड़ेगा। यह बात मैं प्राइवेट लिमिटेड पार्टी के युवराज राहुल गांधी के बेबुनियाद आरोपों के मद्देनजर कह रहा हूँ।

डॉ कुमार ने कहा, “विपक्ष लगातार इसकी खरीद और कीमतों पर भी सवाल उठाते आया है, लेकिन सरकार की तरफ से यह साफतौर पर कह दिया गया था कि हथियारों की डील से जुड़ी जानकारी सार्वजनिक करना राष्ट्रहित में नहीं है, पर फिर भी डील की कीमत सार्वजनिक करने की मांग करके विपक्ष भारत की सुरक्षा के साथ लगातार समझौता करता रहा है। सरकार की तरफ से यह भी स्पष्ट कर दिया गया था कि राफेल के खरीद के दौरान पूरी प्रक्रिया का पालन हुआ है। अनुबंधन वार्ता समिति, कीमत वार्ता समिति आदि की 74 बैठके हुई, सुप्रीम कोर्ट को भी इसकी जानकारी दी गई। इसके बाद यह रक्षा खरीद परिषद में गया और फिर सुरक्षा संबंधी मंत्रिमंडल समिति की मंजूरी ली गयी।”

कृषि मंत्री ने कहा, “नरेंद्र मोदी सरकार ने यह अत्याधुनिक विमानों को उपलब्ध करवा वायु सेना की शक्तियों को बढ़ा दिया है। एक कल का दिन था जब हमने अपने देश में राफेल विमान को उतरते देखा और एक वो दिन भी था जब हमने विमानों के नाम पर बोफोर्स घोटाला देखा। राजीव गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार ने 1.3 अरब डालर में कुल चार सौ बोफोर्स तोपों की खरीद का सौदा किया था। यह बात किसी से छिपी नहीं है कि स्वीडन की हथियार कंपनी बोफोर्स ने भारत के साथ सौदे के लिए 1.42 करोड़ डालर की रिश्वत बांटी थी। भारत की जनता को इन सब का हिसाब है कि कौन सी सरकार उनके पक्ष में खड़ी है और कौन उनके साथ धोखा करना चाहता है?”

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