वायु प्रदूषण को लेकर गांधी मैदान में ‘प्लेनेट पल्टन’ द्वारा जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन

Home / Environment /  वायु प्रदूषण को लेकर गांधी मैदान में ‘प्लेनेट पल्टन’ द्वारा जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन

पटना, 24 दिसंबर: सेंटर फॉर एनवायरनमेंट एंड एनर्जी डेवलपमेंट (सीड) ने पटना में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) के मानक पर शहर की हवा को लगातार ‘खराब’ से ‘गंभीर’ श्रेणी में देखते हुए जल्द इमरजेंसी रेस्पोंस एक्शन प्लान लागू करने की मांग की है, ताकि वायु प्रदूषण से पैदा जन स्वास्थ्य संबंधी खतरों को कम किया जा सके. इसी कड़ी में सीड के एनवायरनमेंट एक्शन ग्रुप ‘प्लेनेट पल्टन’ ने गांधी मैदान के समीप स्थापित एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन के पास एक जागरूकता कार्यक्रम का प्रदर्शन किया, जिसमें मास्क पहने एक वॉलंटियर ने अपने पीठ पर ऑक्सीजन सिलेंडर को दर्शाते हुए प्रतीकात्मक ढंग से यह बताना चाहा कि पटना की वायु गुणवत्ता ‘बेहद गंभीर’ है. इस कार्यक्रम का संदेश स्पष्ट था कि जल्द ही प्रदूषण को नियंत्रित नहीं किया गया, तो वायु की गुणवत्ता इस हद तक बिगड़ जाएगी कि लोगों को शुद्ध हवा में सांस लेने के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर का सहारा लेना पड़ जाएगा. यह कार्यक्रम सीड के एक सिटीजन कैंपेन “हक़दारी हवा की” का हिस्सा है, जो स्वच्छ हवा में साँस लेने के अधिकार पर जोर देता है.

बढ़ते प्रदूषण के सन्दर्भ में सीड में सीनियर प्रोग्राम ऑफिसर अंकिता ज्योति ने कहा कि, “सीड द्वारा किए गए पिछले 22 दिनों के एक विश्लेषण से पता चलता है कि पटना में बिगड़ती वायु गुणवत्ता न केवल बच्चों और बुजुर्गों को प्रभावित कर रही है, बल्कि एक स्वस्थ व्यक्ति के जीवन को भी नुकसान पहुंचा रही है. पटना के उन सभी छह स्थानों पर, जहाँ हवा की गुणवत्ता की निगरानी की जा रही है, इस अवधि में किसी भी दिन ‘अच्छी’ वायु गुणवत्ता नहीं देखी गयी और अधिकतर दिनों की हवा “बहुत खराब” श्रेणी में आंकी गयी. जैसे उदाहरण के लिए सभी दिनों में तारामंडल परिसर में वायु “बहुत खराब” से “गंभीर” श्रेणियों के बीच रही, जबकि राजवंशीनगर में 17 दिन, मुरादुपुरा में 12 दिन, समपुरा में 12 दिन और दानापुर में 18 दिन इन श्रेणियों में देखे गए. दरअसल ये आंकड़े बताते हैं कि इस समय क्लीन एयर को लेकर इमरजेंसी रिस्पांस एक्शन प्लान को लागू करने की फ़ौरन आवश्यकता है.”

‘प्लेनेट पल्टन’ की एक वालंटियर कुमारी नेहा ने बताया कि “हम अपने स्वास्थ्य और भविष्य के बारे में बेहद चिंतित हैं और उन बच्चों और बुजुर्गों की ओर से वायु प्रदूषण के खिलाफ लड़ रहे हैं, जो इस समस्या का सबसे बड़ा खमियाजा उठाते हैं. यह हम सबकी जिम्मेदारी है कि हम इस स्थिति को बदलने के लिए जो कुछ भी कर सकते हैं, वह जरूर करें. हम इस अभियान से जुड कर पर गौरव महसूस करते हैं और स्वच्छ एवं स्वस्थ हवा में सांस लेने का जो हमारे अधिकार हैं, उस दिशा में हम सभी आगे भी काम करेंगे.”

Leave a Comment

Top Donors